Gurubhaktiyog

समन व मुसन की कथा (भाग-2)


गुरुभक्तियोग एक स्वतंत्र योग है। कल हमने सुना कि समन-मुसन ने सेठ के घर चोरी करके सत्संग कार्यक्रम के लिए आवश्यक धन इकट्ठा करने का फैसला किया। साथ ही यह भी प्रण लिया कि बाद में मेहनत-मजदूरी करके सेठ की 1-1 पाई लौटा देंगे। वे दोनों सेठ के घर की छत पर पहुँच गये और …

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पिता समन व पुत्र मुसन आज वह करने निकल पड़े जो इससे पहले शायद ही किसी भक्त ने किया हो.. ( भाग – 1 )


गुरु सदैव अपने शिष्य के ह्रदय में बसते हैं। केवल गुरु ही अपने योग्य शिष्य को दिव्य प्रकाश दिखा सकते हैं। गुरु अपने शिष्य को असत्य में से सत्य में, मृत्यु में से अमरत्व में, अंधकार में से प्रकाश में और भौतिकता में से आध्यत्मिकता में ले जा सकते हैं। संसार में गोताखोर एक से …

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बाबा माधवदासजी की वह अनोखी तपविधि जो जन जन के लिए वरदान बन गई


गुरुभक्ति धर्म का सार है। गुरुभक्तियोग तमाम आध्यात्मिक प्रवृत्तियों का मूल है। गुरु के प्रति भक्तिभाव ईश्वरप्राप्ति का सरल एवं आनंददायक मार्ग है। आनंद मानंद कर्म प्रसन्नम। ज्ञान स्वरूपं निजबोधयुक्तम।। गुरुदेव आनंदमय रूप है। वे शिष्यों को आनंद प्रदान करनेवाले हैं। वे प्रभु प्रसन्नमुख एवं ज्ञानमय हैं। गुरुदेव सदा आत्मबोध में निमग्न रहते हैं। योगीजन …

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