296 ऋषि प्रसादः अगस्त 2017

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

कितना ख्याल रखते हैं अंतर्यामी गुरुदेव !


एक साधिका बहन ने अपने जीवन में घटित एक प्रेरणादायी प्रसंग बतायाः लगभग सन् 1980 की बात है। पूज्य बापू जी गंगा-किनारे एकांतवास हेतु अहमदाबाद से हरिद्वार जाने वाले थे। उससे एक दिन पहले पूज्य श्री ने मुझसे कहाः “बेटी ! अपनी माँ की अच्छी तरह से सेवा करना।” मुझे आश्चर्य हुआ कि ‘बापू जी …

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अमरदास जी ने पाया अमर पद – पूज्य बापू जी


(गुरु अमरदास जी पुण्यतिथिः 6 सितम्बर) सिख धर्म के आदिगुरु नानकदेव जी के बाद उनकी गद्दी पर बैठे थे गुरु अंगद देव। अंगददेव जी की बेटी बीबी अमरो की शादी जिसके साथ हुई थी, उसके चाचा का नाम था अमरदास। अमरदास भगवान को तो मानते थे, हर साल तीर्थयात्रा करते और गंगा में नहाने भी …

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