आज्ञा नहीं सम साहेब सेवा
संत श्री आसाराम जी बापू के सत्संग-प्रवचन से कुछ वर्ष पहले पंजाब का एक युवान साधक अपना सर्वस्व त्यागकर, आत्मदेव के दर्शन करा सकें – ऐसे सदगुरु की खोज में निकला। जिन्हें हो प्यास दर्शन की, वे खुशनसीब होते हैं। चल पड़ें दो कदम तो, रब उनके करीब होते हैं।। अध्यात्म का मार्ग ही ऐसा …