204 ऋषि प्रसादः दिसम्बर 2009

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

क्या नरेन्द्र मोदी ‘सेक्यूलर’ बनना चाहते हैं? – पी.दैवमुत्तु


सम्पादक, राष्ट्रीय पत्रिका ‘हिन्दू वॉइस दिनांक 27 नवंबर 2009 को बहुत से टी.वी. चैनलों पर प्रसारित हुए समाचारों को देखकर मैं हैरान हो गया। गुजरात पुलिस आसाराम बापू के आश्रम में घुसकर वहाँ के लोगों को निर्दयतापूर्वक मार रही थी। बापू जी के साबरमती आश्रम में रहने वाले साधकों को ऐसे मार रही थी जैसे …

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कथा प्रसंग – मोहे संत सदा अति प्यारे


(पूज्य बापू जी के सत्संग प्रवचन से) कांचीके मंदिर में एक पुजारी पूजा करता था। पुजारी का काम था भगवान की पूजा-आरती करे, भोग लगाये और भगवान को भोग लगाया हुआ प्रसाद राजा साहब के पास पहुँचाए। एक बार राजा किसी बात कसे पुजारी पर नाराज हो गया। राजा ने आदेश दे दिया की ‘पुजारी …

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गुरु सन्देश – परमात्मा उसी का है…..


(पूज्य बापू जी के सत्संग प्रवचन से) मनुष्य को वस्तुओं की कद्र करना सीखना ही चाहिए। काम में आने वाली वस्तुएँ इधर-उधर पड़ी रहें, यह ठीक नहीं है। किसी घर में वर्षों से एक पुराना साज पड़ा था। उसने घर के कोने में जगह रोक रखी है, ऐसा सोचकर दिवाली के दिनों में घरवालों ने …

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