316 ऋषि प्रसादः अप्रैल 2019

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

बिना किसी शर्त के ईश्वर का दर्शन !


– स्वामी अखंडानंद जी सरस्वती जिसमें वैराग्य नहीं है वह अपने शरीर को सुरक्षित रखकर ईश्वर को देखना चाहता है । एक बाबू जी कहते थेः “मैं ईश्वर को तब मानूँगा जब वह मेरे सामने सम्पूर्ण सृष्टि का प्रलय करके फिर से सृष्टि बनाये ।” एक साधु ने पूछाः “ईश्वर प्रलय करेगा इसे आप कैसे …

Read More ..

मनोबल – बुद्धिबल विकसित करने के लिए….. – पूज्य बापू जी


कमजोर मन का, कमजोर हृदय का व्यक्ति हो या भोंदू से भोंदू (बुद्धु) अथवा कितना भी दब्बू विद्यार्थी हो, वह पीपल, तुलसी की परिक्रमा करे, उन्हें स्पर्श करे (रविवार को पीपल का स्पर्श करना वर्जित है) और वहाँ प्राणायाम करे । गहरा श्वास लेकर भगवन्नाम जपते हुए 1 मिनट अंदर रोके । फिर श्वास धीरे-धीरे …

Read More ..

सेवा-धर्म देता है अनमोल हीरा – पूज्य बापू जी


एकांत में जप करना सरल है, उपवास करना सरल है, तप करना सरल है पर हर घड़ी प्रभु की सेवा में तत्पर रहना बहुत बड़ी बात है । राम जी का मंदिर हो तो उसमें हनुमान जी चाहिए, चाहिए, चाहिए पर हनुमान जी का मंदिर हो तो अकेले चलें । हनुमान जी की दुगनी पूजा …

Read More ..