‘मीठा-मीठा गप्प, कड़वा-कड़वा थू’
एक सेठ के बगीचे में गाय घुस आयी । सेठ ने दौड़कर डंडा मारदिया । डंडा मर्मस्थल पर लगा गया । गाय मर गयी ।गोहत्या आयी तो सेठ ने कहाः “मैंने गाय नहीं मारी, डंडे ने मारीहै । उसे लगो ।”गोहत्या डंडे के पास गयी तो वह बोलाः “मुझे तो हाथ ने चलाया है।”हाथ की …