Satsang

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अहंकार ही दुखरूप


  Audio : https://hariomaudio.standard.us-east-1.oortstorage.com/hariomaudio_satsang/Title/2017/Jul/Ahankar-Hi-Dukhroop.mp3   ये जो कुछ दुःख है दुनिया में, जो कुछ परिश्रम करने के बाद भी परेशानियाँ हैं | सब कुछ पाने के बाद भी खालीपना है, खोखलापन है | सब कुछ पाने के बाद भी करना रह जाता है, बहुत कुछ जानने के बाद भी जानना रह जाता है | बहुत …

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संतों का दुर्गम व्यवहार एवं उसके कारण


(जीवन संदेश, लेखक पूज्य श्री मोटा, पृष्ठः 126) आश्रम साबरमती दिनांकः 00-9-1942 स्वयं के सत्त्व को जल्दी से जाना जा सके ऐसा आविर्भाव संतों सामान्यतः होने नहीं देते। अतः नये जिज्ञासुओं को और आध्यात्मिक पथ से बिल्कुल अनभिज्ञों को कई बार बहुत परेशानी होती है। फलस्वरूप कुछ की श्रद्धा संतमात्र पर से उठ जाती है। …

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साधक संसारियों से ज्यादा दुखी क्यों ?


साधक के जीवन में दो बातें होती हैं | एक तरफ संसार का आकर्षण, संसार की जवाबदारियाँ और दूसरी तरफ भगवत प्राप्ति की लालसा | भगवत प्राप्ति की लालसा जिस साधक के जीवन में होती है वो संसारियों से ज्यादा दुखी होता है | क्योंकी संसारियों को तो केवल संसार की लालसा होती है | …

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