मैंने 2010 में पूज्य बापू जी से सारस्वत्य मंत्र की दीक्षा ली थी, उसके बाद आश्रम में शिविर भी भरा। दीक्षा लेने से मेरे जीवन में काफी सुधार आया। आध्यात्मिकता व सदगुणों का विकास हुआ। पूज्य बापू जी से मिले मंत्र का जप करने से मनोबल, प्राणबल बढ़ा तथा निर्णयशक्ति भी अच्छी हुई। संयम और शांति का धन बढ़ा।
अगस्त 2013 में मैं डिप्टी मेयर के चुनाव में खड़ा हुआ और 23 वर्ष की उम्र में ही नगर निगम, हिसार का डिप्टी मेयर बन गया।
दीक्षा से पहले मेरा मन इधर-उधर की कल्पनाओं में भटकता रहता था पर अब जीवन में संतोष है। पहले खुद के जीवन में अशांति रहती थी लेकिन अब दीक्षाप्राप्ति के बाद दूसरों को शांति, सांत्वना देने की सेवा करके अपना जीवन भी शांतिमय अनुभव कर रहा हूँ।
मेरी ये सभी उपलब्धियाँ पूज्य बापू जी के बताये मार्ग पर चलने तथा माता पिता व गौसेवा से प्राप्त हुई हैं। मेरे जीवन निर्माण में पूज्य बापू जी की कृपा का मुख्य हाथ है। मैं परम पूज्य गुरुदेव का सदैव ऋणी रहूँगा। – श्री भीम महाजन
डिप्टी मेयर, नगर निगम, हिसार (हरि.) सचल दूरभाष 9215611112
स्रोतः ऋषि प्रसाद, जून 2017, पृष्ठ संख्या 33 अंक 294
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