263 ऋषि प्रसादः नवम्बर 2014

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

भारतीय संस्कृति की महानता का राज


आपको यह खबर होनी चाहिए कि भारत विश्वभर में पूजने लायक कैसे हुआ ? यहाँ बड़े-बड़े चक्रवर्ती राजा हो गये, पवित्र नदियाँ हैं इसलिए भारत  विश्व का गुरु है, ऐसी बात नहीं है। यहाँ बड़े-बड़े महाँपुरुष प्रकट हुए हैं इसलिए भारत विश्व का गुरु है। एक बार राष्ट्रपति डॉ. राधाकृष्णन् विदेश गये। वे एक दार्शनिक …

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ब्रह्मज्ञानियों को जहाँ सताया जाता हो वहाँ…..


अथर्ववेद (5.19.6) में आता हैः उग्रो राजा मन्यमानो ब्राह्मणं यो जिघत्सति। परा तत् सिच्यते राष्ट्र ब्राह्मणो यत्र जीयते।। अर्थात जिस राष्ट्र में ब्रह्मज्ञानियों को, वेदवेत्ताओं को सताया जाता हो, वह राज्य ज्ञानहीन होकर नष्ट हो जाता है। महापुरुष, ज्ञानवान दूरदर्शी होते हैं और समाज के दोष-दुर्गुओं को दूर करने के लिए सदैव प्रयासरत रहते हैं। …

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बाधाएँ कब रोक सकी हैं…..


(योगी अरविन्द पुण्यतिथिः 5 दिसम्बर 2014) अरविन्द एक महान योगी, क्रांतिकारी, राष्ट्रवाद के अग्रदूत और प्रखर वक्ता होने के साथ-साथ एक अच्छे निष्पक्ष पत्रकार भी थे। वे उन पत्रकारों में से एक थे जिन्होंने समाचार पत्रों के माध्यम से जनमानस को स्वाधीनता संग्राम के लिए तैयार करने में प्रमुख भूमिका निभाई थी। भारतीय संस्कृति के …

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