Tithi-Tyouhar

सुख, शांति व पुण्य का वर्धक : श्राद्ध


  सुख, शांति व पुण्य का वर्धक : श्राद्ध  आश्विन मास के कृष्ण पक्ष को ‘पितृपक्ष’ या ‘महालय पक्ष’ बोलते हैं । श्रद्धया दीयते यत्र, तच्छड्ढाद्धं परिचक्षते । ‘श्रद्धा से जो पूर्वजों के लिए किया जाता है, उसे ‘श्राद्ध’ कहते हैं ।‘ आपका एक माह बीतता है तो पितृलोक का एक दिन होता है । …

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महाशत्रु कौन और जीवन में विजय कैसे पायें ?


विजयदशमी को रावण को मारकर श्रीराम विजेता हुए थे। महिषासुर आदि राक्षसों को मारकर माता जी ने धरती का बोझ हलका किया था। विजयदशमी से हमें यह संदेशा मिलता है कि भौतिकवाद चले कितना भी बढ़ा-चढ़ा हो, अधार्मिक अथवा बहिर्मुख आदमी के पास कितनी भी सत्ताएँ हों, कितना भी बल हो फिर भी अंतर्मुख व्यक्ति …

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