213 ऋषि प्रसादः सितम्बर 2010

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

महात्मा गाँधी की सेवानिष्ठा


(महात्मा गाँधी जयंतीः 2 अक्तूबर) (पूज्य बापू जी के सत्संग-प्रवचन से) महात्मा गाँधी के पास एक डॉक्टर सेवक था, जो कि विदेश होकर आया था। एक माई बड़ी बीमार थी, वह गाँधी जी के पास आयी। गाँधी जी ने उस डॉक्टर से कहाः “इस गरीब माई को नीम की पत्तियाँ खिलाओ और छाछ पिलाओ, ठीक …

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लालबहादुर ही क्यों ?


(लालबहादुर शास्त्री जयंतीः 2 अक्टूबर) लालबहादुर शास्त्री जी के बाल्यकाल की एक घटना है। एक दिन वे सोचने लगे कि परिवार में सभी लोगों का नाम प्रसाद व लाल पर है लेकिन माँ ने मेरा नाम ‘बहादुर’ क्यों रखा। बालक माँ के पास गया और बोलाः “माँ ! मेरा नाम लालबहादुर क्यों रखा है, जबकि …

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जीवन-संजीवनी – श्री परमहंस अवतारजी महाराज


भोजन सत्त्वगुणी, हलका और कम खाओ तो श्वास सरलता से चलेंगे और भजन में सहयोग प्राप्त होगा। शारीरिक रोग अथवा कष्ट तो गुरुमुख पर भी आते हैं लेकिन वह मालिक (ईश्वर) के नाम में इतना लवलीन रहता है कि उसे दुःखों का आभास ही नहीं होता। गुरुमति का मूल्य है मनमति का त्याग। इसके बिना …

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