महापुण्यप्रदायक कार्तिक मास – पूज्य बापू जी
(कार्तिक व्रत 8 अक्तूबर 2014 से 6 नवम्बर 2014) ‘स्कन्द पुराण’ में आया हैः न कार्तिकसमो मासो न कृतेन समं युगम्।। न वेदसदृशं शास्त्रं न तीर्थं गंगया समम्।…. ‘कार्तिक मास के समान कोई मास नहीं, सत्ययुग के समान कोई युग नहीं, वेदों के समान कोई शास्त्र नहीं और गंगाजी के समान कोई तीर्थ नहीं है।’ …